धन की गरीबी ना मिटा सकें तो कोई बात नहीं; पर अपने मन की गरीबी को जरूर मिटाएं। धन की गरीबी ना मिटा सकें तो कोई बात नहीं; पर अपने मन की गरीबी को जरूर मिटाएं।
जरा तमीज़ से समेटना , बुझे दियों को दोस्तों .. जरा तमीज़ से समेटना , बुझे दियों को दोस्तों ..
मेरी नींदों की सीढ़ियों से उतरती आ जाती हो फिर ,मेरे आंगन में ! मेरी नींदों की सीढ़ियों से उतरती आ जाती हो फिर ,मेरे आंगन में !
सुनहरी धूप का टुकड़ा वो साथ लेकर चलती थी। सुनहरी धूप का टुकड़ा वो साथ लेकर चलती थी।
जब इन्सान की जरुरत खतम होने लगती है, तब वो हमे हमेशा हमेशा के लिये छोड़ जाते है!!! जब इन्सान की जरुरत खतम होने लगती है, तब वो हमे हमेशा हमेशा के लिये छोड़ जाते ह...
अरे मैं कवि नहीं मैं एक सच्चाई हूँ, झूठ को चुभती हुई मैं एक परछाई हूँ। अरे मैं कवि नहीं मैं एक सच्चाई हूँ, झूठ को चुभती हुई मैं एक परछाई हूँ।